3 September 2025

बिहार: सिपाही भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी की साजिश में 17 गिरफ्तार हो गए हैं।

बिहार: केंद्रीय चयन पर्षद (कांस्टेबल भर्ती) की 21,391 पदों पर सिपाही भर्ती के लिए पहले चरण की परीक्षा रविवार को शांतिपूर्ण संपन्न हुई। इससे पूर्व शनिवार रात अभ्यर्थियों को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से लाभ पहुंचाने की साजिश का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने इस क्रम में 17 जालसाजों को पकड़ा है। इनमें जमुई से सॉल्वर गैंग के सात, खगड़िया से चार और अरवल से छह शातिर शामिल हैं। उनके पास हजारों रुपये नकद, दर्जनों ब्लूटूथ सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और अभ्यर्थियों के मूल प्रमाणपत्र बरामद किए गए हैं।

भभुआ में भी एक घातक घड़ना घटित हुई है, जिसमें केंद्राधीक्षक व छह परीक्षार्थियों को हिरासत में लिया गया है। यहां परीक्षार्थियों के पास से आंसर शीट और केंद्राधीक्षक के मोबाइल में परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड मिले हैं। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और कदाचार के आरोप में जांच की जा रही है।

इसके अलावा, केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) के अध्यक्ष एसके सिंघल के अनुसार पहले चरण की लिखित परीक्षा के दौरान कदाचार के 26 मामले पकड़े गए हैं, जिनमें 47 अभ्यर्थियों और उनके सहयोगियों को कदाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इनमें सारण से 2, रोहतास से 4, जमुई से 1, समस्तीपुर से 1 और अन्य जगहों से भी 8 अभ्यर्थियों को पकड़ा गया है।

इसमें ब्लूटूथ-मोबाइल से नकल करने के आरोप में सारण, समस्तीपुर, बक्सर, और लखीसराय से भी कुछ अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया गया है। पटना कॉंवेंट स्कूल में चार फर्जी परीक्षार्थी को भी गिरफ्तार किया गया है।

सिपाही भर्ती परीक्षा के प्रथम चरण के दौरान कुछ परीक्षार्थीयों को आंसर शीट के साथ पकड़ा गया था, जिनके बाद दूसरे चरण में केंद्राधीक्षक की जांच की गई और इन सभी को पकड़ लिया गया।

केंद्राधीक्षक एक पूर्व विधायक के बेटा हैं।