बिहार विधानसभा में जातियों के साथ जनगणना पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा की गई बातों पर विवाद चल रहा है। कई व्यक्ति सीएम नीतीश के बयान को असभ्य और अक्रिया घोषित कर रहे हैं, जबकि कुछ नेता इसे शिक्षा के अंश के रूप में देखकर सीएम नीतीश के समर्थन में उतरे हैं। साथ ही, बिहार भाजपा अब नीतीश कुमार के खिलाफ सख्त खड़ी है और राज्य भाजपा के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार को अस्वस्थ घोषित किया है।
नीतीश कुमार ने एक विवादात्मक बयान दिया है और इसके बाद कई लोगों ने उन पर निशाना साधा है। हालांकि, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के पक्ष में बचाव दिया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सेक्स शिक्षा के विषय में बात कर रहे थे। इसका अर्थ दूसरे तरीके से नहीं लिया जाना चाहिए। इस पर भाजपा के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि ऐसा तो किताबों में नहीं सिखाया जाता है। तेजस्वी को सेक्स शिक्षा के शिक्षक बना दें।
वास्तविकता में, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को विधानसभा में जातिगत जनगणना और जनसंख्या नियंत्रण के संदर्भ में महिलाओं के भूमिका पर बात की थी। इसके बावजूद, उन्होंने कुछ ऐसी बातें कहीं जिनसे सभी सदस्य, चाहे पुरुष हों या महिला विधायक हों, चौंक गए। बीजेपी की महिला एमएलसी निवेदिता सिंह ने नीतीश कुमार के भाषण पर आपत्ति जताई, रोते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को इस तरह से सदन में बोलना नहीं चाहिए।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विवादित बयान पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्य अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने एक कठिन रूप से टिप्पणी की है। उन्होंने कहा है कि इस बयान से स्पष्ट होता है कि नीतीश कुमार स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं। भारतीय संविधान इसे व्यक्तिगत या राजनैतिक हक के रूप में नहीं मानता है कि कोई व्यक्ति या मुख्यमंत्री गद्दी पर बने रहने का अधिकार नहीं रखता। यह परेशानी का साक्षर है।
More Stories
शराबबंदी का सर्वे करवा रही नीतीश सरकार !
दूसरी जगह तय हुई शादी तो रचा खौफनाक साजिश
नामचीन स्वीट शॉप पर हुआ हंगामा,समोसे में निकली मेढ़क की टांग